
हिमाचल प्रदेश राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष वीरेंद्र कश्यप ने मंडी जिले में अनुसूचित जाति विकास योजना (एससीडीपी) में पैसे के समुचित उपयोग पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि जिले में एससीडीपी में दिए लगभग शत प्रतिशत फंड्स काम में लगाए गए हैं, जो सराहनीय है। वे मंडी उपायुक्त कार्यालय सभागार में शनिवार को आयोजित राज्य अनुसूचित जाति आयोग की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज की बैठक में अधिकारियों के साथ ही खासतौर पर अनुसूचित जाति वर्ग के चुने हुए जनप्रतिनिधियों और अनुसूचित जाति वर्ग से जुड़ी विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को बुलाया गया था, ताकि आयोग को उनके विचार, सुझाव और टिप्पणियों के जरिए सही फीडबैक मिल सके।
वीरेंद्र कश्यप ने कहा कि हिमाचल देवभूमि है, यहां लोगों में आपसी भाईचारा मजबूत है। लोग एक दूसरे के साथ मिलजुल कर रहते हैं, इसलिए यहां अन्य राज्यों के मुकाबले अनुसूचित जाति वर्गों की स्थिति बेहतर है। उन्होंने अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों से अपने बच्चों की अच्छी से अच्छी शिक्षा पर बल देने को कहा। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही उत्थान का साधन है। संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर ने शिक्षा पर विशेष जोर दिया है।