
पूर्व मंत्री रंगीला राम राव ने बताया कि सरकाघाट अस्पताल की अनदेखी और सरकाघाट के विधायक एवं भाजपा सरकार की नाकामी का नतीजा आज पूरे सरकाघाट के हर वर्ग को हर नागरिक को झेलना पड़ रहा है हिमाचल प्रदेश की इस गूंगी बहरी सरकार और सरकार के विधायक की नाकामी की वजह से पूरे सरकाघाट क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरीके से तहस-नहस हो चुकी है
कांग्रेस शासनकाल में जब रंगीला राम राव ने सरकाघाट का प्रतिनिधित्व किया था तो सरकाघाट के लोगों के लिए सरकाघाट अस्पताल को 150 बेड का अस्पताल बनवाया था और 18 डॉक्टरों के पद भरे थे जिसमें से 10 विशेषज्ञ डॉक्टर थे इसी तरह बल्द्वाडा अस्पताल को भी फर्स्ट रेफरल अस्पताल का दर्जा दिलवाया था और पांच विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लोगों की सुविधा के लिए तैनात की थी।
सरकाघाट और बलद्वाडा अस्पताल में लोगों को हर प्रकार की सुविधा मिलती थी हर बीमारी का इलाज होता था l ऑपरेशन किए जाते थे माताएं बच्चों को जन्म सरकाघाट और बलद्वाडा अस्पताल में देती थी लेकिन आज सरकार की नाकामी के कारण सरकाघाट के अस्तित्व को खत्म किया जा रहा है इसी तरह ग्रामीण इलाकों के लिए उन्होंने अपने समय में 11 PHC 31SCH एक आयुर्वेदिक अस्पताल और 12 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरीया सरकाघाट के लोगों के लिए खोली थी ताकि किसी भी सरकाघाट के नागरिक को परेशानी ना हो और सरकाघाट एक उज्जवल वह समृद्ध क्षेत्र बने।
पिछले कुछ वर्षों से नया बनाना तो दूर की बात है पर सरकाघाट के विधायक की नालायकी और गूंगी बहरी सरकार के कारण आज सरकाघाट का वजूद खतरे में आ गया है l जिससे जनता बहुत ज्यादा त्रस्त है रंगीला राम राव ने सरकार और विधायक को इस बात के लिए आगाह किया लेकिन वह अपनी कुंभकरण नींद से नहीं उठे अब रंगीला राम राव इनको चेतावनी देते हैं कि सरकाघाट कांग्रेस , युवा कांग्रेस और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर इनका जुलूस जनता के सामने निकालेंगे तथा कांग्रेस पार्टी भूख हड़ताल करेंगे l और विधायक की और सरकार की नलायकी जनता के समक्ष रखेंगे ।